Bhakt Prahalad भक्त प्रह्लाद







भक्त प्रह्लाद 
  (स्थान - दरबार मंत्री गण आदि )
 बंदीगण -रक्षवंशावंतस ,दितिकूल  दिवाकर की  ,
राजाधिराज ,हिरण्य कश्यप उजागर की 
जय हो !जय हो !जय हो ! बार बार जय हो,
लोक सुयश सारा ,बाहु बीच में नीले हो 
 हिरण्य  ---- बिजय सुर लोक पर जब तक ,

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